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18 साल की लड़की को तेज सिरदर्द के घरेलु उपचार(18 years Girl severe headache gharelu upchar)


सिर दर्द के घरेलू उपाय - Home remedies for headache in Hindi

सिर दर्द सबसे सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं में से एक हैं जो ज्यादातर लोगों को प्रभावित करती हैं। सिर दर्द को तीन मुख्य श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है - चिंता की वजह से सिर दर्द, माइग्रेन सिर दर्द और क्लस्टर सिर दर्द। सिर दर्द के कई कारण हो सकते हैं जैसे रक्त वाहिकाओं का कसना, असामान्य न्यूरॉन गतिविधि, अनुवांशिक कारण, अत्यधिक धूम्रपान, अत्यधिक शराब, शरीर में पानी की कमी, ज़्यादा सोने से, पेन किलर के ज़्यादा इस्तेमाल से, आँखों के थकने से, गर्दन में दर्द आदि। लोग ज़्यादातर दुकानों से दवाइयां खरीदकर या प्रिस्क्रिप्टेड पैन किलर खाकर सिर दर्द की समस्या को दूर करते हैं। लेकिन कई प्राकृतिक उपाय भी हैं जो आपके सिर दर्द का इलाज जल्दी और आसानी से कर सकते हैं।

उदाहरण के लिए, निर्जलीकरण सिर दर्द के सबसे सामान्य कारणों में से एक है। ऐसे मामलों में एक ठंडा ग्लास पानी पियें। इससे आपके सिर का दर्द कुछ ही मिनटों में आसानी से गायब हो जाएगा। पूरे दिन में आठ से दस ग्लास पीने से आपका शरीर हाइड्रेटेड रहता है और सिर दर्द की समस्या भी दूर रहती है। पानी के साथ साथ कई अन्य प्राकृतिक घरेलू उपाय भी है जिनके इस्तेमाल से आपके सिर दर्द का इलाज हो सकता है।

आप शायद ना जानते हों लेकिन कई बार पेट में गैस बढ़ जाने के कारण भी सिर दर्द होता है। इससे निजाद पाने के लिए एक गिलास गुनगुना पानी लें और उसमें नींबू निचोड़ कर पी जाएं। अगर आप यह पानी नहीं पी पा रहे, तो आप इसमें थोड़ा शहद भी मिला सकते हैं। जिन लोगों को गैस के कारण हमेशा सिर दर्द की समस्या बनी रहती है, वो रोज सुबह खाली पेट इस उपचार को ज़रूर अपनाएं। कई लोगों को तो शरीर में पानी की कम के कारण सिर में दर्द होता है ऐसे में भी पानी पीने से यह दर्द शांत हो जाता है।

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तेल से कुछ देर मालिश करना भी सिर दर्द को दूर करने का अच्छा ट्रीटमेंट है। तेल की मसाज से आपके सिर की मासपेशियों को राहत मिलती है और आप हल्का महसूस करते हैं। इसलिए जब भी सिर दर्द हो, तुरंत ही किसी से अपने सिर की मालिश ज़रूर करवालें। मालिश के लिए आप नारियल तेल, बादाम तेल या जैतून का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं।

बहुत बार थकान के चलते बहुत तेज सिर दर्द होने लगता है। ऐसे में सिर दर्द से निजाद पाने के लिए कुछ देर सो लेना एक अच्छा विकल्प है। सोने से हमारे दिमाग़ को शांति मिलती है और सिर दर्द अपने आप दूर हो जाता है। 

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चंदन की लकड़ी को घिसकर थोड़ा सा पेस्ट तैयार करें। इस पेस्ट को अपने सिर में लगाएं, कुछ देर में ही गर्मी की वजह से होने वाले सिर दर्द से छुटकारा मिलेगा।

अदरक सिर में रक्त वाहिकाओं की सूजन को दूर करने में मदद करता है। इसकी मदद से सिर के दर्द का इलाज होता है।

अदरक का इस्तेमाल दो तरीकों से करें -

पहला तरीका -

  1. सबसे पहले अदरक के जूस और नींबू के जूस को एक साथ बराबर मात्रा म मिला लें।
  2. अब इस मिश्रण को पूरे दिन में एक या दो बार ज़रूर पियें।

दूसरा तरीका -

  1. इसके अलावा एक चम्मच अदरक के पाउडर में दो चम्मच पानी मिला लें।
  2. अब इस पेस्ट को माथे पर कुछ मिनट के लिए लगाकर रखें।

तीसरा तरीका -

  1. आप इसके अलावा अदरक के पाउडर या कच्चे अदरक को पानी में उबाल लें।
  2. फिर इस पानी से कुछ मिनट तक भाप लेने की कोशिश करें।
  3. आप एक या दो अदरक कैंडी भी खा सकते हैं।

(और पढ़ें - अदरक के फायदे और नुकसान) 

मेंथोल और मेंथोन पुदीने के सबसे मुख्य घटकों (components) में से एक है जो सिर दर्द के लिए बेहद प्रभावी हैं। पुदीने की मुट्ठीभर पत्तियों के जूस को अपने माथे पर कुछ देर लगाकर रखें। इस तरह आपके सिर के दर्द का इलाज बहुत जल्द होगा। इसके अलावा आप पुदीने की चाय को माथे पर कंप्रेस के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। पुदीने के जूस के साथ ही धनिये का जूस भी सिर दर्द के लिए बेहद प्रभावी है।

(और पढ़ें - पुदीने के फायदे और नुकसान)

पेपरमिंट में मेंथोल होता है जो रुकी हुई रक्त वाहिकाओं को खोलने में मदद करता है। जिससे सिर के दर्द की समस्या कम होती है। इसमें आराम देने के गुण भी मौजूद होते हैं।

पेपरमिंट का इस्तेमाल दो तरीकों से करें -

पहला तरीका -

  1. सबसे पहले पेपरमिंट तेल की तीन बूदें, एक चम्मच बादाम का तेल, जैतून का तेल और थोड़ा पानी लें।
  2. अब इन सबको एक साथ अच्छे से मिला दें।
  3. फिर इस मिश्रण को अपने माथे पर लगाएं।
  4. इसके अलावा आप क्रश पत्तियां भी माथे पर लगा सकते हैं।

दूसरा तरीका -

  1. इसके अलावा आप एक कटोरे में पेपरमिंट तेल की कुछ बूँदें डालकर पानी को गरम करके उससे कुछ मिनट तक भाप भी ले सकते हैं।

तुलसी मांसपेशियों को आराम देने की तरह काम करती है। थकी हुई मांसपेशियों के कारण होने वाले सिर के दर्द का इलाज करने में तुलसी बेहद लाभदायक होती है। इसके साथ ही इसमें आराम देने और एनाल्जेसिक के प्रभाव भी मौजूद होते हैं।

तुलसी का इस्तेमाल तीन तरीकों से करें –

पहला तरीका -

  1. एक कप पानी में सबसे पहले तीन या चार तुलसी की पत्तियों को कुछ मिनट तक उबालने के लिए रख दें।
  2. आप इसमें कुछ मात्रा में शहद भी मिलाकर चाय को पी सकते हैं।

दूसरा तरीका -

  1. इसके अलावा आप एक कटोरे के पानी में एक चम्मच तुलसी की पत्तियां या कुछ बूँदें तुलसी के तेल की डाल लें और फिर उस पानी से भाप लेने की कोशिश करें।

तीसरा तरीका -

  1. इसके अलावा कुछ तुलसी की पत्तियों को चबाएं या तुलसी के तेल को किसी आवश्यक तेल के साथ मिलाकर माथे पर मसाज करें।

(और पढ़ें - तुलसी के फायदे और नुकसान) 

लैवेंडर के तेल को सूघने से आपको सिर दर्द की समस्या से बेहद आराम मिलता है। एक रीसर्च के अनुसार लैवेंडर का तेल माइग्रेन के लक्षणों को भी ठीक करने में मदद करता है।

लैवेंडर के तेल का इस्तेमाल तीन तरीकों से करें -

पहला तरीका -

  1. एक टिश्यू पेपर पर लैवेंडर के तेल की कुछ बूँदें डाल लें और फिर उस पेपर को सूंघ लें।

दूसरा तरीका -

  1. इसके अलावा आप दो कप उबलते पानी में दो बूँदें लैवेंडर के तेल की डाल लें।
  2. फिर उस पानी से कुछ मिनट तक भाप लें।

तीसरा तरीका -

  1. इसके आलावा आप दो या तीन बूँदें लैवेंडर के तेल की आवश्यक तेल जैसे बादाम या जैतून के तेल में दाल लें।
  2. फिर इस तेल से माथे पर मसाज करें।

(और पढ़ें - लैवेंडर के तेल के फायदे और नुकसान)

नोट - लैवेंडर के तेल का इस्तेमाल कभी पीने के लिए न करें।

बर्फ की ठंडक सूजन को दूर करती है और सिर के दर्द को ठीक करने में मदद करती है। इसके साथ ही ये दर्द को सुन्न करने के लिए भी बेहद प्रभावी है।

बर्फ से बने पैक का इस्तेमाल दो तरीकों से करें -

पहला तरीका -

  1. आइस पैक लें और उसे फिर गर्दन के पीछे लगा लें और इससे आपको माइग्रेन के दर्द से राहत मिलेगी।

दूसरा तरीका -

  1. सबसे पहले एक साफ़ कपडा लें और फिर उसे ठंडे बर्फ के पानी में डालें।
  2. अब उस कपडे को निचोड़ें और अपने माथे पर कुछ मिनट तक उसे लगाकर रखें।
  3. इस प्रक्रिया को बार बार इसी तरह दोहराएं।

रोज़मेरी तेल में मौजूद रोज़मरीनिक एसिड में सूजनरोधी और आराम देने वाले गुण होते हैं जो सिर के दर्द का इलाज करने में मदद करते हैं।

रोज़मेरी का इस्तेमाल दो तरीकों से करें -

पहला तरीका - 

  1. सबसे पहले रोज़मेरी तेल को किसी आवश्यक तेल के साथ मिलाकर माथे पर मसाज करें।

दूसरा तरीका -

  1. इसके अलावा आप हर्बल चाय भी बना सकते है।
  2. सबसे पहले एक चम्मच क्रश रोज़मेरी की पत्तियां लें और एक चम्मच क्रश किये सेज की पत्तियों को एक कप पानी में डाल दें।
  3. अब इसे 10 मिनट तक उबलने के लिए रख दें। उबलते समय इस बर्तन को ढककर रख दें।
  4. अब चाय को गुनगुना होने क लिए रख दें और फिर इसे पी जाएँ।
  5. आप इस चाय को पूरे दिन में दो या तीन बार ज़रूर दोहराएं।
  6. अगर ये जड़ी बूटिया आपके पास नहीं हैं तो आप अन्य जड़ी बूटियों से भी चाय बना सकते हैं।

(और पढ़ें - रोजमेरी के फायदे और नुकसान)

नोट - रोज़मेरी तेल हाई ब्लड प्रेशर या एपिलेप्सी से पीड़ित व्यक्तियों के लिए नहीं है।

लौंग का इस्तेमाल तनाव से हुए सिर दर्द के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें ठंडक और दर्द से राहत दिलाने के गुण मौजूद होते हैं।

लौंग का इस्तेमाल तीन तरीकों से करें -

पहला तरीका -

  1. सबसे पहले लौंग को हल्के हल्के क्रश कर लें और फिर उसे एक छोटे पैकेट में या फिर साफ़ रुमाल में डाल दें।
  2. अब जब भी आपके सिर दर्द हो तभी क्रश किये हुए लौंग को सूंघते रहें, तब तक जब तक राहत आपको नहीं मिल जाती।

दूसरा तरीका -

  1. इसके अलावा लौंग के तेल की दो बूंदों को आवश्यक तेलों के साथ मिलाकर अपने माथे पर मसाज करें।

तीसरा तरीका -

  1. इसके अलावा आप दो चम्मच नारियल के तेल, एक चम्मच समुंद्री नमक और दो बूँद लौंग के तेल को एक साथ मिलाकर माथे पर लगा लें।
  2. लगाने के बाद माथे पर हल्का हल्का मसाज करें।

(और पढ़ें - लौंग के फायदे और नुकसान) 

सेब और सेब के सिरके दोनों में ही शरीर में एसिड और अल्कलाइन को संतुलित करने के गुण मौजूद होते हैं। इससे आपको सिर के दर्द से बहुत जल्द राहत मिलती है।

सेब के सिरके का इस्तेमाल दो तरीकों से करें -

पहला तरीका -

  1. सेब को नमक लगाकर खा लें।

दूसरा तरीका -

  1. आप इसके अलावा सेब के सिरके की दो चम्मच को एक ग्लास पानी में मिलाकर भी पे सकते हैं।

(और पढ़ें - सेब के सिरके के फायदे और नुकसान) 

द जोइनिंग द वेली (L 14) एक्यूप्रेशर पोइंट को सिर दर्द की समस्या के लिए बेहद प्रभावी माना जाता है। सबसे पहले अपना बहिना हाथ लें और अंगूठे और पहली ऊँगली के बीच के नीचले स्तर को दबाएं और मसाज करें जैसा की चित्र में दर्शाया गया है। इस प्रक्रिया को एक या दो मिनट तक करें फिर इसे दूसरे हाथ से भी करें।

नोट - एक्सूप्रेशर को गर्भावस्था के दौराना न करें।

अगली बार आपके जब भी सिर दर्द हो इन घरेलू उपायों का इस्तेमाल ज़रूर करें। हालाँकि अगर आपके बेहद गंभीर दर्द होता है तो अपने डॉक्टर से जाँच ज़रूर करवाएं।


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